Ek Soch - 29

Ēk Soch - 26

लोग चाँद को टूटते हुए देखते है,

मैंने उस चाँद को मेरे घर आते देखा है।

जनाब, आप ढूंढियेगा नहीं,

मैंने उसे अपने घर रखा है।। 



Comments