- Get link
- X
- Other Apps
- Get link
- X
- Other Apps
शायरी की शुरुआत बचपन से,
जो जूडे मुस्कुराहटो से।⌣
मुस्कुराहट तुम, दिल की आस हो तुम |
जो ख्वाइश मांगी उसकी हकीकत हो तुम | | 😍
शायरी की शुरुआत बचपन से,
जो जूडे मुस्कुराहटो से।⌣
मुस्कुराहट तुम, दिल की आस हो तुम |
जो ख्वाइश मांगी उसकी हकीकत हो तुम | | 😍
Comments
Post a Comment